
Angana Mein Khanke Kangana आज के सामाजिक मुद्दों पे सटीक भोजपुरी फिल्म
“अंगना में खनके कंगना” एक नया भोजपुरी फ़िल्म है, फिल्म का नाम ही दर्शाता है कि इसमें पारिवारिक रंग, सामाजिक मुद्दे और मनोरंजन का अद्भुत मिश्रण देखने को मिलेगा। फिल्म की कहानी, ट्रेलर की झलक और टीम की मेहनत दर्शाती है कि यह फ़िल्म न केवल मनोरंजन प्रदान करेगी, बल्कि कुछ गहरे सामाजिक संदेश भी छू सकेगी।
‘अंगना में खनके कंगना’ का ट्रेलर रिलीज़
बॉलीवुड से अलग, भोजपुरी सिनेमा की दुनिया में परिवार और ड्रामा के तड़के के लिए हमेशा से जगह रही है। इसी कड़ी में नई फिल्म ‘अंगना में खनके कंगना’ का ट्रेलर बुधवार, 9 अप्रैल 2025 को रापचिक (Raapchik) यूट्यूब चैनल पर रिलीज़ हुआ और इसे दर्शक खूब पसंद कर रहे हैं ।
ट्रेलर की खास बातें
लगभग 3 मिनट लंबा यह ट्रेलर पारिवारिक ड्रामा, रोमांस और एक्शन का बेहतरीन मिश्रण पेश करता है।
डायरेक्शन, कहानी और स्क्रिप्ट सभी बाली के ही हैं, जिन्होंने फिल्म को एक साथ पिरोया है ।
संगीतकार लाल सिन्हा के सुरों और विनोद कुमार–श्याम जी श्याम की गीतात्मक जुबां ने ट्रेलर को और भी आकर्षक बना दिया है।
प्रीमियर का समय
फिल्म का आधिकारिक ट्रेलर 8 अप्रैल 2025 को शाम 6:30 बजे प्रीमियर हुआ था, जिसे रापचिक यूट्यूब चैनल पर ‘Premieres’ फीचर के माध्यम से दिखाया गया ।
कास्ट और क्रू की झलक
फ़िल्म में कई जाने-माने कलाकारों का योगदान है। मुख्य कलाकारों में शामिल हैं:
अंशुमान सिंह राजपूत
राज यादव
मणि भट्टाचार्य
तनु श्रु
विनोद मिश्रा
संजय पांडे
संजय वर्मा
ग्लोरी मोहोतो
परी सिंहनिया
दीपक भिड़िया
साथ ही, एक बाल कलाकार हरियान भी हैं।
फ़िल्म के पीछे की टीम भी उतनी ही प्रभावशाली है:
प्रोड्यूसर: अनिल कुमार अग्रवाल
निर्देशक एवं कहानी/स्क्रिप्ट लेखक: बाली
संगीत: लाल सिन्हा
गीत: विनोद कुमार और श्याम जी श्याम
कोरियोग्राफ़र: बाली एवं अविनाश
डायरेक्टर ऑफ फोटोग्राफी (DOP): मनोज राजबहार
फाइट मास्टर्स: अशोक लाल यादव एवं उस्मान अंसारी
एडिटर: महेश कुंभार
आर्ट डायरेक्टर: अनिल केदार
साथ ही, इसका डिजिटल प्रोडक्शन कैप्टन म्यूजिक तथा कैप्टन वीडियो प्रा. लि. के सहयोग से सुनिश्चित किया गया है। डिजिटल मार्केटिंग के लिए अश्वनी कुमार, अनिश कुमार, मधु सैनी, ईशा, अलीश, सोनू कुमार, राज कुमार, सोनम और हर्षित जुटे हुए हैं।
ट्रेलर से झलकती कहानी
फ़िल्म की कहानी एक परिवार के इर्द-गिर्द घूमती है। कहानी में एक परिवार में दो बेटे हैं। बड़े बेटे की शादी हो चुकी है और खुशमिजाज, खूबसूरत बहू घर में आई है। परन्तु कहानी में एक मखौल मोड़ तब आता है जब लोभी सास दहेज के रूप में 25 लाख रुपये की माँग करती हैं। बड़े बेटे के पिता, जो मजबूर हैं, उधार लेकर यह रकम मिलते हैं।
लेकिन सास को ऐसा लगता है कि परिवार ने पैसे जल्दी से दे दिए हैं, जिससे उसकी मन में शंका और खलचाल आ जाती है। जब बड़ी बहू को बांझ कहकर खारिज किया जाता है, तो सास की षड़यंत्र रचनात्मकता और बढ़ जाती है। इस बीच परिवार की छोटी बहू गर्भवती हो जाती है, जिससे घर में खुशियों की बजाय कलह की हवा छा जाती है। ट्रेलर में दिखाया गया है कि बच्चा अपनी सगी माँ के करीब अधिक रहता है, जिससे सास असहज हो जाती है और वह अपने रिश्तेदारों के साथ मिलकर छोटी बहू को बढ़ावा देने की कोशिश करती है।
साथ ही, कुछ गुंडे भी प्रवेश करते हैं जो बड़े बेटे के पिता से कर्ज के पैसे वापस पाने के लिए दबाव डालते हैं। यह सिलसिला बताता है कि पारिवारिक कलह से लेकर बाहरी खतरों तक, सभी चीजें एक दूसरे से जुड़ी हुई हैं और जल्द ही कहानी एक रोचक मोड़ लेगी।
फिल्म की विशेषताएं और सामाजिक परिप्रेक्ष्य
पारिवारिक और सामाजिक मुद्दे: फिल्म में दहेज, पारिवारिक कलह और लालच जैसे सामाजिक मुद्दों को मुख्य धारा में रखा गया है। लोभी सास का किरदार उन अनगिनत कहानियों की याद दिलाता है जहाँ पैसे और स्त्री के सम्मान के बीच संघर्ष चलता रहता है।
मनोरंजन के तत्व: फ़िल्म न केवल गंभीर सामाजिक मुद्दों को उभारति है, बल्कि ह्यूमर, संवाद और संवादात्मक दृश्य द्वारा दर्शकों का मनोरंजन भी करती है। पारिवारिक माहौल में आई कलह, गुंडों का दबाव और दिलचस्प ट्विस्ट इसे रोचक बनाने में सहायक हैं।
पारंपरिकता एवं आधुनिकता का संगम: भोजपुरी सिनेमा में अक्सर पारिवारिक संघर्ष को बड़े प्रभावी तरीके से दिखाया जाता है। “अंगना में खनके कंगना” भी इसी परंपरा को आगे बढ़ाता है, लेकिन आधुनिक फिल्म तकनीकों, डिजिटल मार्केटिंग और अलग दृष्टिकोण के साथ इसे नया रूप प्रदान करता है।
विशेष संदेश: फिल्म में यह सवाल उठता है कि जब पारिवारिक रिश्ते पैसे और लालच के नाम पर बिगड़ जाते हैं, तो अंततः परिवार किस मोड़ पर पहुँचता है। यह संदेश समाज में व्याप्त दहेज प्रथा और पारिवारिक कलह की ओर भी इशारा करता है।
समीक्षा एवं अपेक्षाएँ
ट्रेलर की झलक से ही यह स्पष्ट हो जाता है कि फिल्म में कई भावनात्मक, हास्यपूर्ण और तनावपूर्ण पल दर्ज होंगे। बड़े बेटे और उनकी बहू के सम्मुख बैठी पारिवारिक समस्याएँ, सास के दहेज की ज़िद और गुंडों के दबाव से उत्पन्न होने वाला उथल-पुथल, दर्शकों को एक नया अनुभव देने का वादा करता है। चाहे यह संघर्ष हो या प्यार की मधुरता, “अंगना में खनके कंगना” ने सभी भावनाओं का समावेश करने की तैयारी रखी है। आगामी रिलीज़ में यह देखना रोचक होगा कि कहानी किस दिशा में मोड़ती है और परिवार किस तरह इन चुनौतियों का सामना करता है।
ट्रेलर लिंक: अंगना में खनके कंगना
Written by - Sagar
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