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Shiwani Singh Bhojpuri Singer Detailed Biography in Hindi

शिवानी सिंह : भोजपुरी संगीत की चमकती सितारा

शिवानी सिंह एक ऐसी भोजपुरी गायिका और अभिनेत्री हैं, जिन्होंने अपनी मधुर आवाज और जबरदस्त प्रतिभा से लाखों लोगों का दिल जीत लिया है। उनकी कहानी एक साधारण लड़की की असाधारण सफलता की मिसाल है, जो मेहनत और लगन से अपने सपनों को सच कर दिखाती है।

प्रारंभिक जीवन और जन्म

शिवानी सिंह का जन्म 9 अप्रैल, 2010 को बिहार के बक्सर जिले के छोटे से गांव भटवालिया में हुआ था। यह गांव बिहार की सांस्कृतिक और पारंपरिक छवि को दर्शाता है, जहां खेती और मेहनत लोगों की जिंदगी का आधार है। शिवानी एक राजपूत परिवार से ताल्लुक रखती हैं। उनके पिता गोपाल सिंह एक मेहनती इंसान हैं, जो खेती के साथ-साथ एक निजी कंपनी में काम करते हैं। उनकी मां सबिता सिंह एक गृहिणी हैं, जिन्होंने घर और बच्चों की परवरिश को संभाला। परिवार की आर्थिक स्थिति सामान्य थी, लेकिन प्यार और संस्कारों की कोई कमी नहीं थी।
शिवानी के परिवार में उनके अलावा एक भाई और एक बहन भी हैं। उनका बचपन गांव की मिट्टी में खेलते हुए और परिवार के साथ समय बिताते हुए बीता। लेकिन इस सादगी भरे जीवन में एक खास चीज थी - संगीत के प्रति उनका जुनून, जो उनकी जिंदगी को बदलने वाला साबित हुआ।

बचपन और संगीत से पहला प्यार

शिवानी का संगीत से रिश्ता बहुत छोटी उम्र से शुरू हुआ। उनके दादाजी संगीत के शौकीन थे और अक्सर घर में गीत गुनगुनाते थे। दादाजी की ये आदत शिवानी के दिल में बस गई और उन्होंने छोटी उम्र में ही गाना शुरू कर दिया। महज 7 साल की उम्र में उनकी मधुर आवाज सुनकर हर कोई हैरान रह जाता था। दादाजी ने उनकी इस प्रतिभा को पहचाना और उन्हें संगीत की राह पर चलने की प्रेरणा दी।
शिवानी के पिता गोपाल सिंह ने भी बेटी की प्रतिभा को देखते हुए उन्हें प्रोत्साहित किया। उन्होंने शिवानी को बक्सर के मशहूर संगीत गुरु जयप्रकाश तिवारी के पास भेजा, जहां से उनकी औपचारिक संगीत शिक्षा की शुरुआत हुई। गांव में रहते हुए भी शिवानी ने कभी अपने सपनों को छोटा नहीं समझा। वे स्कूल के हर सांस्कृतिक कार्यक्रम में हिस्सा लेती थीं और अपनी गायकी से सभी को मंत्रमुग्ध कर देती थीं। उनके शिक्षकों ने भी उनकी प्रतिभा की तारीफ की और उन्हें आगे बढ़ने के लिए हौसला दिया।

शिक्षा और संगीत का संतुलन

शिवानी ने अपनी शुरुआती पढ़ाई भटवालिया गांव के एक सरकारी स्कूल से की। स्कूल में वे एक मेहनती छात्रा थीं, लेकिन उनका असली प्यार संगीत था। स्कूल खत्म होने के बाद वे घंटों गायन की प्रैक्टिस करती थीं। परिवार ने उनकी इस लगन को देखते हुए पूरा समर्थन दिया। आज भी शिवानी अपनी पढ़ाई को जारी रख रही हैं, क्योंकि वे मानती हैं कि शिक्षा और कला का साथ-साथ चलना जरूरी है।
उनके लिए संगीत सिर्फ शौक नहीं, बल्कि जिंदगी का मकसद बन गया था। स्कूल की किताबों के साथ-साथ वे राग और ताल की बारीकियां भी सीखती रहीं। उनकी मेहनत और परिवार का साथ ही उन्हें आगे बढ़ने की ताकत देता रहा।

करियर की शुरुआत: सपनों को पंख लगते हुए

साल 2021 में शिवानी ने भोजपुरी संगीत उद्योग में कदम रखा। इतनी कम उम्र में उन्होंने एक प्लेबैक सिंगर के तौर पर अपनी पहचान बनाई। भोजपुरी के बड़े-बड़े सितारों जैसे पवन सिंह, खेसारी लाल यादव, और अरविंद अकेला (कल्लू) के साथ काम करने का मौका मिला। करियर की शुरुआत के कुछ वर्षों बाद शिवानी सिंह ने 2022 में बेहतरीन सफलता पाई। उनके गीत “अम्मा जी देयदिन भईल बाड़ी” वायरल होकर लोगों के बीच लोकप्रिय हो गया​​। इसके कुछ समय बाद उनका दूसरा हिट गीत “सेंट गमकउआ”,"तोहरा जइसन मर्दा के चुल्हि में जोक", भी खूब प्रसिद्धि हासिल करने लगा​। इन गानों के सफलता मिलने से शिवानी की साख और फैन फॉलोइंग बढ़ने लगी। उसी अवधि में भोजपुरी सिनेमा के पावर-स्टार पवन सिंह ने शिवानी सिंह के साथ एक गीत “तोहार राजाजी के दिलवा टूट जाई” में सहयोग किया, जिससे उनका करियर और बुलंद हुआ​। वर्ष 2023 में यह गीत रिलीज़ हुआ और तब से वह पवन सिंह के कई प्रोजेक्ट्स का हिस्सा बनी रहीं​। इसके अतिरिक्त, उन्हें संगीत निर्देशक जेपी तिवारी ने भी मार्गदर्शन दिया; जेपी तिवारी के निर्देशन में शिवानी की गायिकी और तकनीक में निखार आया​।

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निजी जिंदगी: सपनों के पीछे की सादगी

शिवानी की निजी जिंदगी के बारे में ज्यादा जानकारी सार्वजनिक नहीं है। वे अभी अविवाहित हैं और अपना पूरा ध्यान करियर पर लगा रही हैं। उनका सपना है कि वे भोजपुरी संगीत जगत के सबसे बड़े सितारों के साथ काम करें और अपने परिवार का नाम रोशन करें। उनके पिता गोपाल सिंह अपनी बेटी की सफलता पर गर्व करते हैं और उसे हमेशा मेहनत करने की सलाह देते हैं।
शिवानी के दादा-दादी भी उनकी सबसे बड़ी प्रेरणा रहे हैं। दादाजी का सपना था कि उनकी पोती एक दिन बड़ी गायिका बने, और शिवानी ने इस सपने को सच कर दिखाया। वे हिंदू धर्म का पालन करती हैं और उनकी राशि सिंह है। परिवार की परंपराओं और संस्कारों को वे दिल से निभाती हैं।

संघर्ष से सफलता तक

शिवानी ने सिर्फ रिकॉर्डिंग तक खुद को सीमित नहीं रखा। वे कई स्टेज शो में भी परफॉर्म करती हैं, जहां उनकी लाइव परफॉर्मेंस को देखने के लिए भीड़ उमड़ पड़ती है। उनकी सादगी और गायकी का जादू हर किसी को अपना दीवाना बना देता है। इसके अलावा, वे भोजपुरी फिल्मों में भी अभिनय कर रही हैं 
शिवानी की राह आसान नहीं थी। एक वक्त था जब उन्हें स्टेज पर गाने का मौका नहीं मिलता था। वे और उनके पिता को आयोजकों से मिन्नतें करनी पड़ती थीं। लेकिन शिवानी ने हार नहीं मानी। उनकी मेहनत और लगन ने उन्हें आज भोजपुरी संगीत की चमकती सितारा बना दिया है। 

शिवानी की खासियत

शिवानी की आवाज में एक जादू है, जो हर किसी को उनकी ओर खींचता है। वे अपनी सादगी, मेहनत और मधुर गायकी के लिए जानी जाती हैं। उनके गाने न सिर्फ मनोरंजन करते हैं, बल्कि लोगों के दिलों को छूते भी हैं। उनकी सफलता ने ये दिखाया कि छोटे से गांव से निकलकर भी बड़े सपने पूरे किए जा सकते हैं।

Written by - Sagar

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2025-04-26 20:34:52

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