
Mamta Ki Chhaon Mein Bhojpuri Movie Review: Arvind Akela Kallu, Astha singh and Puja Ganguly
“ममता की छाँव में” – फिल्म का संक्षिप्त परिचय
ऊपर दिखाए गए पोस्टर में भोजपुरी सुपरस्टार अरविंद अकेला कल्लू (कल्लू) को पारंपरिक पोशाक में हाथ जोड़ते देखा जा सकता है, उनके दोनों ओर हीरोइन आस्था सिंह और पूजा गांगुली खड़ी हैं। पोस्टर का शीर्षक “ममता की छाँव में” माँ के स्नेह को उजागर करता है। फिल्म सुर म्यूजिक वर्ल्ड प्रा. लि. के बैनर तले बनी है । इसे सुरिंदर यादव ने प्रोड्यूस किया है, जबकि निर्देशक लाल बाबू पंडित हैं । कहानी ममता (माँ) और बेटे के रिश्ते की है, जिसे लेखक मनोज के. कुशवाहा ने लिखा है। मुख्य किरदार अरविंद अकेला कल्लू, आस्था सिंह और पूजा गांगुली निभा रही हैं, साथ ही नीलम गिरी, महेंद्र यादव, संजय वर्मा, अनूप, विनोद मिश्रा, राजपूत स्वीटी, सी.पी. भट्ट, सोनू पांडे और सोनू यादव जैसे कलाकार सहायक भूमिकाओं में हैं।
तकनीकी टीम
इस फिल्म के तकनीकी पहलू भी मजबूत हैं। कैमरा (डीओपी) की जिम्मेदारी शाहिल जे. अंसारी की है, जिनका फिल्मांकन रंग-बिरंगा और भावनात्मक दृश्यों को जीवंत बनाता है। संगीत आर्या शर्मा (और गौरव रोशन) द्वारा दिया गया है, जिनके रचे गीत पारिवारिक भावनाओं और मातृभक्ति से ओत-प्रोत हैं। गीतकारों में कृष्णा बेदर्दी, आशुतोष तिवारी, श्याम जी श्याम और श्याम जी यादव शामिल हैं। एक्शन (फ़ाइट मास्टर) दलीप यादव ने किया है, जबकि गीतों के नृत्य कोरियोग्राफी कानु मुखर्जी और कला निर्देशन रविन्द्र नाथ गुप्ता का है। (एडिटिंग काम जितेंद्र “जीतू” ने किया है।)
ट्रेलर की झलक
फिल्म का ट्रेलर यूट्यूब चैनल ‘Sur Music World Pvt. Ltd.’ पर 18 अप्रैल 2025 को जारी हुआ (देखें: ट्रेलर)। ट्रेलर की शुरुआत में कल्लू एक भावुक प्रेमी के रूप में दिखते हैं, लेकिन कहानी जैसे-जैसे आगे बढ़ती है, बेटे का माँ के प्रति अगाध प्रेम सामने आता है। इस प्रेम कहानी में उसकी प्रेमिका भी है और माँ का त्याग भी। ट्रेलर देख के लगता है कि ट्रेलर रोमांस और मस्ती भरे सीन से शुरू होकर अंत में माँ की बीमारी/मौत का डर दिखाता है, जिसकी वजह से “आपका भी गला रुंध सकता है”। ट्रेलर में दो प्रमुख हीरोइन आस्था सिंह और पूजा गांगुली कल्लू के प्रेम त्रिकोण को दर्शा रही हैं। ट्रेलर के भावुक दृश्यों में माँ-बेटे के अनूठे रिश्ते की गहराई उभरकर आती है। जहाँ कल्लू की एक्टिंग में संवेदनशीलता और परिपक्वता झलकती है, वहीं संवाद भी दिल को छू लेने वाले हैं। इसकी शुरुआत भले ही रोमांटिक हो, लेकिन अंत में दिखाई गई माँ की स्थिति ने दर्शकों की आँखों में आँसू ला दिए।
गाने और संगीत
फिल्म के गानों में पारंपरिक भोजपुरी प्रभाव के साथ भावनात्मक रंग है। आर्या शर्मा द्वारा रचित संगीत में स्तुति और भक्ति का मिश्रण नज़र आता है। ट्रेलर में बजने वाले गाने माँ और परिवार के प्रति समर्पण की भावना वाले प्रतीत होते हैं। इन गानों के बोल कृष्णा बेदर्दी, आशुतोष तिवारी, श्याम जी श्याम और श्याम जी यादव द्वारा लिखे गए हैं। संक्षेप में, संगीत और गीत दोनों ही ट्रेलर के इमोशनल मूड को उभारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
तकनीकी पक्ष
ट्रेलर के दृश्यों में कैमरा मूवमेंट संतुलित और लेंस का चयन सूक्ष्म है, जिससे हर भाव को असरदार ढंग से कैप्चर किया गया है। शाहिल जे. अंसारी की सिनेमैटोग्राफी में रंग-रूप की भरमार है, जो पारिवारिक माहौल को रियलिस्टिक बनाता है। एडिटिंग संतुलित है, धीमी और तेज़ कट्स का सामंजस्य कहानी को पेशेवर लुक देता है। चूंकि यह एक पारिवारिक–भावनात्मक फिल्म है, इसमें भारी वीएफएक्स की बजाय रीयल फोटोग्राफी पर जोर दिखता है। कुल मिलाकर, तकनीकी दृश्यों ने माँ-बेटे की प्रेम कहानी को प्रभावी तरीके से पर्दे पर पेश करने में मदद की है।
शुरुआती दर्शकों की प्रतिक्रिया
ट्रेलर जारी होते ही दर्शक भावुक हो उठे हैं। “ममता की छांव में” के ट्रेलर ने रिलीज होते ही सोशल मीडिया पर धूम मचा दी है और दर्शकों की भावनाओं को छूने में सफलता हासिल की है। पटना प्रेस में भी बताया गया कि दर्शक ऑनलाइन रिएक्शन्स से भर गए हैं और ट्रेलर की इमोशनल गहराई की खूब तारीफ़ कर रहे हैं। यूट्यूब पर लोग खासकर माँ-बेटे के अटूट रिश्ते और कल्लू की संवेदनशील एक्टिंग की प्रशंसा कर रहे हैं। कई कमेंट्स में लिखा है कि यह ट्रेलर सीधे दिल पर छूता है और “माँ के त्याग” पर आधारित फिल्म के लिए उत्साह बढ़ा देता है। कुल मिलाकर, शुरुआती प्रतिक्रिया से साफ है कि “ममता की छांव में” ट्रेलर ने भोजपुरी दर्शकों के दिल में जगह बना ली है।
ट्रेलर लिंक: यहाँ
Written by - Sagar
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