
Nisha Pandey Bhojpuri Actress Biography in Hindi, प्यार, विवाद और माँ बनने की कहानी
निशा पांडे का जीवन परिचय: भोजपुरी सितारा
भोजपुरी सिनेमा की एक ऐसी हस्ती की, जिसने अपनी सुरीली आवाज, शानदार अभिनय और स्टेज परफॉर्मेंस से लाखों दिलों को जीता है। जी हाँ, हम बात कर रहे हैं निशा पांडे की। उनका जीवन एक ऐसी कहानी है जो संघर्ष, मेहनत, सफलता और थोड़े-बहुत विवादों से भरी हुई है।
जन्म और बचपन
निशा पांडे का जन्म 8 अक्टूबर 1992 को उत्तर प्रदेश के पवित्र शहर वाराणसी में हुआ था। वह एक ब्राह्मण हिंदू परिवार से ताल्लुक रखती हैं। उनके पिता का देहांत तब हो गया जब निशा बहुत छोटी थीं, इसलिए उनकी परवरिश उनकी माँ अनिता राज ने की। अनिता खुद एक मशहूर बिरहा (भोजपुरी लोक संगीत की शैली) गायिका थीं, तो कह सकते हैं कि निशा को संगीत का हुनर विरासत में मिला।
निशा ने अपनी पढ़ाई वाराणसी के डालिम्स सनबीम स्कूल से शुरू की। जिसके बाद बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में दाखिला लेकर अपनी उच्च शिक्षा पूरी की। बचपन से ही उन्हें गाना पसंद था। स्कूल की प्रतियोगिताओं में वह हिस्सा लेती थीं और तीसरी कक्षा में एक कार्यक्रम के दौरान उनके टीचर ने उनकी गायन प्रतिभा को नोटिस किया। बस यहीं से उनके संगीत के सफर की शुरुआत हुई। बाद में उन्होंने लखनऊ के भातखंडे संस्कृति विश्वविद्यालय से गायन की औपचारिक ट्रेनिंग ली, जो उनके करियर की मजबूत नींव बनी।
करियर की शुरुआत: स्टेज से सिनेमा तक
निशा ने अपने करियर की शुरुआत छोटे-मोटे स्टेज शो और लोकल कार्यक्रमों से की। उनकी आवाज में वो जादू था कि लोग उन्हें सुनते ही मंत्रमुग्ध हो जाते थे। धीरे-धीरे उनकी फैन फॉलोइंग बढ़ी और वह अंतरराष्ट्रीय स्टेज शो तक पहुँच गईं। लेकिन असली पहचान उन्हें तब मिली जब उन्होंने भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखा।
धीरे-धीरे उनकी मेहनत और लगन ने उन्हें भोजपुरी संगीत जगत का एक विशेष चेहरा बना दिया। उनके लोकप्रिये गानों में "जवानी भईल चापाकल", "डीजे बनके नाचा नया साल में", "बाबा को जलवा चढ़ाना है", "सातो नदिया परवा से" और "नवरात्रि में निमिया के गछिया" शामिल हैं।
साल 2015 में निशा ने फिल्म 'दिल भइल दीवाना' में बतौर गायिका डेब्यू किया। इस फिल्म में अरविंद अकेला कल्लू और मोनालिसा बिस्वास लीड रोल में थे। फिल्म के गानों को लोगों ने खूब पसंद किया और निशा का नाम भोजपुरी सिनेमा में गूंजने लगा। इसके बाद उन्होंने कई म्यूजिक एल्बम और फिल्मों में अपनी आवाज दी।
संगीत और फिल्मों में योगदान
निशा सिर्फ गायिका ही नहीं, बल्कि एक टैलेंटेड अभिनेत्री भी हैं। उन्होंने गायन के साथ-साथ अभिनय में भी हाथ आजमाया। उनकी कुछ खास फिल्में और गाने इस प्रकार हैं:
फिल्में:
'बेटी कहे पुकार के' (2018) - यहाँ उन्होंने लीड रोल निभाया।
'दबंग सरकार' (2018) - इसमें उनकी छोटी लेकिन प्रभावशाली भूमिका थी।
'रॉकी हैंडसम' (2016) - हिंदी फिल्म में भी उन्होंने छोटा रोल किया।
'घर की लक्ष्मी बेटी' (2006) - टीवी शो में भी नजर आईं।
लोकप्रिय गाने:
"जब कुर्ती के खोले बतनिया" (2019)
"सुहाग वाली नाइट में" (2020)
"हमार ओढ़नी" (2021) - म्यूजिक एल्बम 'ड्रीम गर्ल' का हिस्सा।
"नईहर के मजा नहीं भूले" (2022)
"जवानीया जुलुम करे" (2022)
धार्मिक गीत:
निशा ने भोजपुरी में कई धार्मिक गीत भी गाए, जो लोगों के बीच खूब लोकप्रिय हुए। जैसे:
"जय काली" (2021)
"छठ गीत" (2021)
"आई गइली छठी मइया" (2022)
'माता जी हिट्स' (2019) - इस एल्बम में "ऐली ऐली रे मइया," "चुनरिया लाल मई के" जैसे गाने शामिल हैं।
उनकी गायन शैली में भोजपुरी की मिट्टी की खुशबू और आधुनिक टच का मिश्रण है, जो उन्हें सबसे अलग बनाता है।
पुरस्कार और सम्मान
निशा की मेहनत और टैलेंट को कई बार सम्मानित किया गया है:
2019: दिल्ली में 11वें विश्व भोजपुरी सम्मेलन में लोक गौरव पुरस्कार।
दक्षिण भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार - उनकी कला को साउथ इंडिया में भी सराहा गया।
ये अवॉर्ड्स उनकी मेहनत का सबूत हैं और दिखाते हैं कि वह भोजपुरी इंडस्ट्री की कितनी बड़ी सितारा हैं।
पर्सनल लाइफ: प्यार, विवाद और माँ बनने की कहानी
निशा की जिंदगी में प्यार और दर्द दोनों आए। साल 2019 में उनकी मुलाकात डिजिटल कंटेंट क्रिएटर राजन पंडित (दिव्यांश तिवारी) से हुई। दोस्ती प्यार में बदली और दोनों डेट करने लगे। मार्च 2020 में राजन ने शादी का वादा किया, लेकिन बाद में रिश्ते में दरार आ गई।
मई 2020 में निशा प्रेग्नेंट हुईं। राजन ने बच्चे को स्वीकार करने से इनकार कर दिया और गर्भपात का दबाव डाला। इस दौरान निशा को मानसिक और शारीरिक तकलीफ झेलनी पड़ी। जनवरी 2021 में उन्होंने एक बेटी को जन्म दिया, जिसका नाम दिव्यांशी रखा। राजन ने पितृत्व से इनकार किया, लेकिन DNA टेस्ट में सच सामने आया। इसके बाद राजन को गिरफ्तार किया गया और उन्हें तीन महीने की सजा हुई।
इस मुश्किल वक्त में भी निशा ने हिम्मत नहीं हारी। वह भगवान शिव की भक्त हैं और अक्सर मंदिरों में शांति ढूंढने जाती हैं।
विवादों में नाम
निशा का नाम कुछ विवादों में भी आया। अगस्त 2023 में एक महिला ने लखनऊ पुलिस में उनके खिलाफ शिकायत की। आरोप था कि निशा ने महिला की अश्लील तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल किए। पुलिस ने निशा और कुछ अन्य लोगों के खिलाफ IT एक्ट के तहत FIR दर्ज की। इस मामले ने खूब सुर्खियाँ बटोरीं।
सामाजिक और राजनीतिक सक्रियता
निशा सिर्फ सिंगर और एक्ट्रेस ही नहीं, बल्कि सोशल और पॉलिटिकल फील्ड में भी एक्टिव हैं। उन्होंने BJP और समाजवादी पार्टी के लिए प्रचार गीत गाए। 2022 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने समाजवादी पार्टी के लिए कैंपेन किया। इसके अलावा वह सेलिब्रिटी क्रिकेट टीम भोजपुरी योद्धा से भी जुड़ी हैं और अपने यूट्यूब चैनल पर गाने और परफॉर्मेंस शेयर करती हैं।
आज की निशा पांडे
आज निशा भोजपुरी सिनेमा और म्यूजिक इंडस्ट्री की एक मशहूर हस्ती हैं। 2021 के म्यूजिक एल्बम 'ड्रीम गर्ल' की सफलता के बाद उन्हें फैंस "ड्रीम गर्ल" कहकर बुलाते हैं। 2022 में उन्हें बिग बॉस सीजन 16 का ऑफर मिला, लेकिन वह इसमें हिस्सा नहीं ले पाईं।
निशा का सफर आसान नहीं था। बचपन में पिता का साया उठा, पर्सनल लाइफ में धोखा मिला, विवादों का सामना करना पड़ा, लेकिन हर बार वह मजबूती से उठीं। उनकी बेटी दिव्यांशी उनकी जिंदगी की सबसे बड़ी ताकत है।
निष्कर्ष
निशा पांडे एक ऐसी शख्सियत हैं जो अपनी प्रतिभा से भोजपुरी सिनेमा को नई ऊँचाइयों तक ले गईं। उनकी कहानी हमें सिखाती है कि मेहनत और हिम्मत से हर मुश्किल को पार किया जा सकता है। उनके फैंस उनके अगले प्रोजेक्ट्स का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, और हमें यकीन है कि वह आगे भी चमकती रहेंगी।
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